मेहनत और विश्वाश कहानी
एक छोटा सा लड़का जिसका नाम रामू रामू एक गाव में रहता है जहा शिक्षा का बहुत अभाव था
उसका सपना बड़ा आदमी बनने का था लेकिन उसके पास बहुत कम संसाधन थे।
उसका परिवार भी बहुत गरीब था और उसको पढ़ाई के लिए अच्छी किताबें या सुविधाएं नहीं मिली
लेकिन रामू ने कभी हार नही मानी । वह रोज़ सुबह उठकर खेतों में काम करता फिर रात को चाँदनी रातों में किताबें पढ़ता। गाँव के दूसरे बच्चे तो खेल-कूद में खो जाते थे, लेकिन रामू को खूद की मेहनत पर विश्वास था।
वह दिन-रात एक करके, जितनी भी किताबें उसे मिलतीं, पढ़ता। जब भी कोई मुश्किल आती, वह अपने सपने को याद करता और उस पर काम करता। उसकी कड़ी मेहनत और दृढ़ विश्वास ने उसे वह शक्ति दी जिससे वह हर चुनौती को पार कर सका।
कुछ सालों बाद, रामू ने गाँव के स्कूल में टॉप किया। उसकी कड़ी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक नई राह दिखाई। धीरे-धीरे, उसकी पहचान एक मेहनती छात्र के रूप में बनने लगी। एक दिन उसने भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सफलता प्राप्त की, जो उसके लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुई ।
रामू की कहानी यह बताती है कि यदि इंसान में कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास हो तो कोई भी मुश्किल उसके रास्ते में नहीं आ सकती। साधन चाहे कम हों, लेकिन मन में जो ठान लो तो सफलता जरुर मिलती है।
आशा है की इस कहानी आपको बहुत प्रेरना मिलेगी