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  • LIVE MATCH INDIA & AUSTRALIY IN TODAY

    आज का लाइव क्रिकेट मैच: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया

    आज, 12 जनवरी 2025, भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा दिन है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर खेला जा रहा है। इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में दोनों टीमें ट्रॉफी अपने नाम करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही हैं।
    मैच की पृष्ठभूमि
    ऑस्ट्रेलिया के बीच यह टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर है, जिससे यह मैच निर्णायक बन गया है। दोनों टीमें अपनी सर्वश्रेष्ठ खेल का प्रदर्शन कर रही हैं, और यह मुकाबला सीरीज की विजेता का निर्धारण करेगा। भारत के लिए यह मैच इसलिए भी खास है क्योंकि यह टीम के कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व में उनकी पहली सीरीज जीतने का मौका है।

    मैच का टॉस और पिच रिपोर्ट
    ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। सिडनी की पिच बल्लेबाजों और स्पिन गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती है। पहले दिन बल्लेबाजों के लिए परिस्थितियां अनुकूल थीं, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता है, पिच धीमी होती जाती है और स्पिनरों को फायदा मिलने लगता है।

    पहला दिन का खेल
    ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले दिन शानदार बल्लेबाजी करते हुए 300 रन बनाए। उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने अपनी टीम के लिए मजबूत नींव रखी। भारतीय गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी ने अच्छी गेंदबाजी की और कुछ महत्वपूर्ण विकेट लिए।

    दूसरे दिन का खेल
    दूसरे दिन भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए। विराट कोहली ने 75 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली, लेकिन बाकी बल्लेबाज कंगारू गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाए। ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने घातक गेंदबाजी करते हुए भारत को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया।

    तीसरे दिन की स्थिति
    तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 150/4 का स्कोर खड़ा कर लिया है। उनकी कुल बढ़त 265 रनों की हो चुकी है। भारतीय गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाए रखा है। अश्विन ने दो और जडेजा ने एक महत्वपूर्ण विकेट लिया।

    लाइव अपडेट्स और स्कोर
    इस रोमांचक मुकाबले को लाइव देखने के लिए भारतीय दर्शक स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क और डिज्नी+ हॉटस्टार का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, लाइव स्कोर और ताजा अपडेट्स के लिए आप क्रिकबज और ईएसपीएनक्रिकइंफो जैसी वेबसाइट्स पर जा सकते हैं। **सीरीज का महत्व**
    यह मैच सिर्फ एक जीत या हार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दोनों टीमों के लिए गर्व और संघर्ष का प्रतीक है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट हमेशा उच्च स्तरीय रहा है, और इस बार भी यह सीरीज प्रशंसकों को रोमांचित कर रही है।

    निष्कर्ष
    आज का मुकाबला सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए अपनी ताकत और मानसिक दृढ़ता साबित करने का मौका है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम इस निर्णायक मुकाबले में जीत हासिल करती है और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम करती है।

    आइए, इस रोमांचक मुकाबले का आनंद लें और अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को सपोर्ट करें!

  • MANOJ DEY BIOGORAPHY/मनोज दे

    मनोज दे की जीवनी: एक प्रेरणादायक यात्रा

    मनोज दे, एक प्रसिद्ध यूट्यूबर और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर, ने अपने मेहनत और समर्पण के बल पर लाखों दिलों को जीता है। उनकी कहानी संघर्ष, दृढ़ता और सफलता का उदाहरण है। मनोज का सफर छोटे से गांव से शुरू होकर डिजिटल दुनिया में ऊंचाइयों तक पहुंचने का है। आइए, उनकी प्रेरणादायक यात्रा पर एक नजर डालते हैं।

    प्रारंभिक जीवन

    मनोज दे का जन्म हरियाणा के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, और शुरुआती जीवन में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनके माता-पिता एक साधारण किसान थे, और परिवार का गुजारा बमुश्किल होता था। मनोज को बचपन से ही शिक्षा का महत्व समझाया गया, लेकिन आर्थिक स्थिति के कारण उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ घर के कामों में भी हाथ बंटाना पड़ता था।

    शिक्षा और संघर्ष

    मनोज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से पूरी की। हालांकि स्कूल की सुविधाएं सीमित थीं, लेकिन मनोज ने कभी हार नहीं मानी। उन्हें तकनीक और कंप्यूटर में गहरी रुचि थी, लेकिन उनके पास कंप्यूटर या इंटरनेट तक पहुंच नहीं थी। अपने सपनों को साकार करने के लिए उन्होंने किताबों और दोस्तों से सीखा।

    कॉलेज के दिनों में भी आर्थिक परेशानियों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। फीस भरने और पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्होंने छोटे-मोटे काम किए। इस दौरान मनोज ने यूट्यूब के बारे में सुना और इसे एक ऐसा माध्यम माना, जिससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है, बल्कि वे अपनी रुचियों को भी आगे बढ़ा सकते हैं।

    यूट्यूब का सफर

    मनोज दे ने 2016 में अपना पहला यूट्यूब चैनल शुरू किया। हालांकि शुरुआती दिनों में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने धैर्य नहीं खोया। उनकी वीडियो साधारण उपकरणों से बनाई जाती थीं, और उनके पास अधिक संसाधन नहीं थे। शुरुआत में उन्होंने तकनीकी समस्याओं का सामना किया, लेकिन सीखने और मेहनत करने की उनकी लगन ने उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

    धीरे-धीरे मनोज ने यूट्यूब के एल्गोरिदम और दर्शकों की रुचियों को समझा। उन्होंने तकनीकी ज्ञान, प्रेरणादायक कहानियां और व्यक्तित्व विकास जैसे विषयों पर वीडियो बनाना शुरू किया। उनकी सहज और सरल भाषा में बनाई गई वीडियो दर्शकों के बीच लोकप्रिय होने लगी।

    सफलता की कहानी

    मनोज दे के वीडियो जल्दी ही वायरल होने लगे। उनकी मेहनत और सच्चाई को दर्शकों ने सराहा, और उनके चैनल पर सब्सक्राइबर की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। आज उनके यूट्यूब चैनल पर लाखों सब्सक्राइबर्स हैं। उन्होंने यूट्यूब से न केवल नाम और पैसा कमाया, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने।

    मनोज की सफलता का मुख्य कारण उनकी ईमानदारी और मेहनत है। वे हमेशा अपने दर्शकों के साथ वास्तविक अनुभव साझा करते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करें।

    चुनौतियां और आलोचनाएं

    सफलता की राह में मनोज को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। जब उन्होंने यूट्यूब की शुरुआत की, तो उनके पास वीडियो बनाने के लिए बेहतर उपकरण नहीं थे। इसके अलावा, परिवार और समाज के दबाव के कारण भी उन्हें कई बार कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा।

    हालांकि, मनोज ने हर चुनौती को अपने सीखने का अवसर माना। आलोचनाओं से वे कभी निराश नहीं हुए, बल्कि उन्होंने इसे अपने काम को और बेहतर बनाने के लिए प्रेरणा के रूप में लिया।

    सामाजिक योगदान

    मनोज दे केवल एक यूट्यूबर ही नहीं, बल्कि एक समाजसेवी भी हैं। वे युवाओं को प्रेरित करने के साथ-साथ समाज के वंचित वर्गों की मदद भी करते हैं। उन्होंने कई बार आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए योगदान दिया है। इसके अलावा, वे पर्यावरण संरक्षण और डिजिटल साक्षरता जैसे अभियानों से भी जुड़े हैं।

    प्रेरणा स्रोत

    मनोज दे की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करने की चाह रखते हैं। उन्होंने दिखाया है कि यदि व्यक्ति मेहनत और समर्पण से काम करे, तो वह किसी भी बाधा को पार कर सकता है। उनकी जीवन यात्रा हमें सिखाती है कि असफलताओं से घबराने के बजाय उनसे सीखना चाहिए।

    निष्कर्ष

    मनोज दे की जीवनी उनके संघर्ष, सफलता और समाज के प्रति योगदान की कहानी है। उनकी यात्रा यह सिखाती है कि संसाधनों की कमी भी सफलता के मार्ग में बाधा नहीं बन सकती, अगर मन में सच्ची लगन हो। मनोज दे आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और यह साबित कर चुके हैं कि मेहनत और धैर्य से सबकुछ हासिल किया जा सकता है।।

  • JAIL PRAHARI RECRUITMENT

    जेल प्रहरी भरती

    राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने जेल प्रहरी 803 पदों के लिय आवेदन शुरु

    जेल प्रहरी भर्ती के लिय CET पास करना जरुरी नही है

    आवेदन तिथि

    आवेदन तिथि 24 दिसंबर 2024 से 22 जनवरी 2025

    शैक्षणिक योग्यता (EDUCATION QULAFICATION)

    10 वी पास किसी भी मान्यता बोर्ड से प्राप्त

    चयन का आधार

    1. लिखित परीक्षा
    2. शारीरिक दक्षता

    आयु

    आयु 18 वर्ष न्यूनतम

    अधिकतम 26 वर्ष

    आयु सीमा में आरक्षित वर्गों को आयु सीमा में छुट दी जायेगी

  • VIRAT KOHALI/विराट कोहली क्रिकेट करियर

    जीवन करियर की शुरुवात

    कोहली का जन्म 5 NOVEMBER 1988 दिल्ली इन्होने क्रिकेट बहुत प्रिय था इन्होने दिल्ली की अंडर 15 & 17 टीमो में खेलने की शुरुवात की विराट ने 2008 में अंडर 19 की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता ये इनके करियर का पहला वर्ल्ड कप भी था |

    • टेस्ट क्रिकेट करियर

    विराट कोहली वेस्टइनडिज के खिलाप 2011 मे टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत जोरदार बल्लेबाज के रूप में की थी |

    कप्तानी

    विराट कोहली 2013 में भारतीय टीम के उप कप्तान बने इन्होने महेंद्र सिंह धोनी के बाद 2017 में भातीय टीम की कमान संभाली |

    • पहली बार ओस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरिज जीत 2018-2019
    • कोहली की कप्तानी में आईसीसी टेस्ट चैपियनशिप में भारत का दब दबा रहा
  • मोदी चायवाला

    नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय एक प्रेरणादायक कहानी है जो दिखाता है कि कैसे एक साधारण परिवार का बच्चा देश के सर्वोच्च पद तक पहुँच सकता है। नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर नामक छोटे शहर में हुआ था। उनके पिता दामोदरदास मोदी चाय बेचते थे, और उनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था। नरेंद्र मोदी ने अपने जीवन की शुरुआत एक छोटे बच्चे के रूप में चाय बेचने से की, लेकिन उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय ने उन्हें भारत के प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित किया।

    प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

    नरेंद्र मोदी बचपन से ही मेहनती और जिज्ञासु थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल में हुई। हालांकि, उनका मन पढ़ाई में ज्यादा नहीं लगता था, लेकिन वह बहुत कुशाग्र बुद्धि के थे। उन्होंने कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़कर समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के प्रति रुचि दिखाई।

    आरएसएस के प्रशिक्षण ने नरेंद्र मोदी को अनुशासन और नेतृत्व कौशल सिखाए। उन्होंने जीवन में सादगी और समर्पण को अपनाया। युवावस्था में उन्होंने हिमालय की यात्रा की और कई साधुओं के साथ समय बिताया, जिससे उन्हें आत्मज्ञान और आध्यात्मिकता का अनुभव हुआ।

    राजनीति में प्रवेश

    नरेंद्र मोदी ने 1971 में आरएसएस के पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में काम करना शुरू किया। 1980 के दशक में, वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए। उनके संगठनात्मक कौशल और परिश्रम ने उन्हें पार्टी में तेजी से ऊंचाई पर पहुँचाया। 2001 में, गुजरात में भुज भूकंप के बाद, उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

    मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल

    गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने 2001 से 2014 तक काम किया। उनके नेतृत्व में गुजरात ने औद्योगिक विकास और बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय प्रगति की। उन्होंने “गुजरात मॉडल” को विकसित किया, जो आर्थिक विकास और उद्यमिता को प्रोत्साहित करता था। हालाँकि, 2002 के गुजरात दंगों को लेकर उनकी आलोचना भी हुई, लेकिन उन्होंने अपने नेतृत्व में राज्य को एक नई दिशा दी।

    प्रधानमंत्री बनने का सफर

    2014 में, नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। उनके नेतृत्व में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, और वह भारत के 14वें प्रधानमंत्री बने। 2019 में उन्होंने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, जब बीजेपी ने और भी बड़ी जीत हासिल की।

    प्रधानमंत्री के रूप में उपलब्धियां

    नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, उन्होंने कई बड़े और ऐतिहासिक फैसले लिए। उनके प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:

    1. स्वच्छ भारत अभियान: पूरे देश में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए यह अभियान शुरू किया गया।
    2. आत्मनिर्भर भारत अभियान: भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की पहल।
    3. डिजिटल इंडिया: तकनीकी विकास को प्रोत्साहन देकर डिजिटल क्रांति लाने का प्रयास।
    4. मेक इन इंडिया: भारत को वैश्विक विनिर्माण हब बनाने का अभियान।
    5. नोटबंदी और जीएसटी: अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता और सुधार के लिए ये कदम उठाए गए।

    व्यक्तिगत जीवन

    नरेंद्र मोदी का जीवन सरलता और सादगी का प्रतीक है। उन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह से देश सेवा के लिए समर्पित कर दिया। नरेंद्र मोदी अविवाहित हैं और उनका मुख्य ध्यान राष्ट्र निर्माण पर रहता है।

    आलोचनाएँ और चुनौतियाँ

    नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के साथ-साथ आलोचनाएँ भी हुई हैं। उनके कुछ फैसले विवादास्पद रहे, जैसे नोटबंदी, कृषि कानून और सीएए-एनआरसी। लेकिन उन्होंने हर चुनौती का सामना धैर्य और दृढ़ निश्चय के साथ किया।

    निष्कर्ष

    नरेंद्र मोदी का जीवन संघर्ष, समर्पण और सफलता की कहानी है। उन्होंने यह साबित किया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती। उनका नेतृत्व भारत को एक नई दिशा में ले जाने का प्रयास है, और उनकी यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।

  • संदीप माहेश्वरी

    संदीप माहेश्वरी की जीवनी:

    संदीप माहेश्वरी एक प्रसिद्ध भारतीय मोटिवेशनल स्पीकर, उद्यमी और इमेजबाजार डॉट कॉम (ImageBazaar.com) के संस्थापक हैं। उनका जन्म 28 सितंबर 1980 को दिल्ली में हुआ। साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले संदीप ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच के बल पर सफलता हासिल की। आज वे लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

    प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

    संदीप माहेश्वरी का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था। उनके पिता का एल्युमीनियम का व्यवसाय था, जो किसी कारणवश बंद हो गया। इस वजह से परिवार को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोरीमल कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई शुरू की, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी। उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने की चाहत थी और यह जिद उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रही।

    करियर की शुरुआत

    संदीप ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की। इस क्षेत्र में उन्होंने देखा कि कैसे मॉडल्स को शोषण का सामना करना पड़ता है। इससे उन्हें गहरा प्रभाव पड़ा और उन्होंने मॉडलिंग इंडस्ट्री में बदलाव लाने का निश्चय किया। शुरुआत में उन्होंने कई छोटे-मोटे काम किए और फोटोग्राफी में रुचि ली। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने एक छोटे से स्टूडियो से फोटोग्राफी शुरू की।

    2006 में उन्होंने “इमेजबाजार डॉट कॉम” की स्थापना की। यह वेबसाइट आज दुनिया का सबसे बड़ा भारतीय इमेज कलेक्शन प्लेटफॉर्म है, जिसमें लाखों भारतीय तस्वीरें उपलब्ध हैं। इमेजबाजार ने उन्हें एक सफल उद्यमी बना दिया और उनकी गिनती भारत के टॉप बिजनेसमैन में होने लगी।

    प्रेरक व्यक्तित्व

    संदीप माहेश्वरी का मुख्य उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना है। वे मानते हैं कि सफलता केवल पैसों में नहीं है, बल्कि आत्मसंतोष और दूसरों की मदद करने में है। उन्होंने कभी भी अपने मोटिवेशनल सेमिनार्स के लिए पैसे नहीं लिए। उनका यूट्यूब चैनल लाखों फॉलोअर्स से भरा हुआ है, जहां वे अपनी सोच और अनुभवों को साझा करते हैं। उनकी सबसे प्रसिद्ध पंक्तियों में से एक है, “आसान है,” जो यह दर्शाती है कि कठिनाइयों को सरलता से हल किया जा सकता है।

    उपलब्धियां और योगदान

    संदीप को उनके कार्यों के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जैसे कि “यंग क्रिएटिव एंटरप्रेन्योर अवार्ड” और “स्टार यूथ एचीवर अवार्ड।” उनकी जीवन यात्रा यह सिखाती है कि यदि आप सच्चे दिल से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती।

    निष्कर्ष

    संदीप माहेश्वरी का जीवन एक मिसाल है कि असफलताओं के बावजूद सफलता हासिल की जा सकती है। उनका सकारात्मक दृष्टिकोण और आत्मविश्वास उन्हें दूसरों से अलग बनाता है। वे न केवल एक सफल उद्यमी हैं, बल्कि एक ऐसे प्रेरक व्यक्ति भी हैं, जो समाज को बेहतर बनाने में योगदान दे रहे हैं। उनके विचार और कार्य हर व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ बड़ा करने की प्रेरणा देते हैं।

  • राजस्थान के उदयपुर जिले में घूमने की प्रमुख जगह

    उदयपुर

    राजस्थान का उदयपुर जिला जिसे हम झीलों की नगरी के नाम से भी जाने जाते है जहा पिछोला झील में नाव की सवारी कर जैसे प्रकर्ति के आंचल में समा गय

    सिटी पेलेस , एक लीगजी मंदिर , बड़ा महल